आयुष मन्दिरम् की अपील: भंडारे में स्वास्थ्य और संस्कृति का सम्मान करें, प्लास्टिक को न कहें
[vc_row][vc_column][vc_column_text css=""] प्रिय भक्तजनों और समाज सेवियों, आयुष मन्दिरम् की ओर से आप सभी का अभिनंदन। हम जानते हैं कि भंडारे का आयोजन एक पवित्र और सामाजिक कार्य है, जो सेवा और आस्था का प्रतीक है। परंतु, इस पवित्र कार्य में प्लास्टिक के पानी के गिलास, चाय के कप, पत्तल, दोने और पानी की बोतलों का उपयोग न केवल पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बन रहा है। हम आपसे निवेदन करते हैं कि अपने सेवा भाव में थोड़ी जागरूकता भी शामिल करें और प्लास्टिक के इन हानिकारक उत्पादों से दूरी बनाएँ। आपको यह भी पढ़ना चाहिए- मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने की अपील प्लास्टिक क्यों है हमारे स्वास्थ्य का दुश्मन?रासायनिक रिसाव का खतरा: प्लास्टिक के ये उत्पाद कई...