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#योगदिवस

Ayushya Mandiram / #योगदिवस
IDY 2025

रेवाड़ी की उद्योग नगरी में योग की गूंज – मोसाशी में आयुष्य मन्दिरम् का सफल आयोजन

[vc_row][vc_column][vc_column_text css=""]रेवाड़ी, 21 जून: शनिवार को शहर के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उद्योग नगरी बावल स्थित मोसाशी ऑटो प्राइवेट लिमिटेड (Musashi Auto Parts India Private Limited) में  योग सत्रों का आयोजन किया गया। जिसमें शहर की प्रतिष्ठित संस्था आयुष्य मन्दिरम् से आये योगाचार्य सुषमा और योग प्रशिक्षक हिमांशु ने कंपनी के लगभग 300 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को योगाभ्यास कराया।सभी कर्मचारियों को योग लाभ मिल सके इस बात को ध्यान में रखते हुए 6 योग सत्रों का आयोजन किया गया। एक सत्र में 30-35 कर्मचारियों को योग अभ्यास कराया गया। योग सत्र का शुभारम्भ दीप प्रजवल्लित करके किया गया।इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को कॉमन योगा प्रोटोकॉल (Common Yoga Protocol) के अंतर्गत विभिन्न योगासन ताड़ासन, वृक्षासन, कटि-चक्रासन, अर्ध-चक्रासन, उष्ट्रासन, शशांकासन, भुजंगासन, सेतुबंधासन आदि, अनुलोम-विलोम, शीतकारी,...

योग दिवस की पूर्व संध्या पर बाल भवन रेवाड़ी में जन साधारण व प्रशिक्षकों ने किया CYP का अभ्यास

[vc_row][vc_column][vc_column_text css=""] कॉमन योग प्रोटोकॉल (CYP) का पूर्वाभ्यास रेवाड़ी, जून 2025 — अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से ठीक एक दिन पूर्व शुक्रवार को बाल भवन सभागार, रेवाड़ी में जन साधारण एवं योग प्रशिक्षकों के लिए कॉमन योग प्रोटोकॉल (CYP) का पूर्वाभ्यास (रिहर्सल) आयोजित किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य 21 जून को होने वाले मुख्य कार्यक्रम से पूर्व प्रतिभागियों को प्रोटोकॉल की सही विधि, क्रम और सामूहिक अभ्यास का अनुभव कराना था। 👨‍👩‍👧 हर वर्ग ने लिया सक्रिय भागइस अभ्यास में रेवाड़ी के विभिन्न क्षेत्रों से आए पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने अत्यंत उत्साहपूर्वक भाग लिया। समूहबद्ध योगासन, प्राणायाम और ध्यान के अभ्यास से सभागार का वातावरण सकारात्मक ऊर्जा और शांति से भर गया।📋 प्रमुख अभ्यासों में शामिल रहे:ताड़ासन, वज्रासन, भुजंगासन अनुलोम-विलोम, कपालभाति, शीतली भ्रामरी, ध्यान व...

Yoga Day & Mansoon

जब जून की तपती दोपहरी धीरे-धीरे ठंडी फुहारों में बदलने लगती है, तभी आता है — अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

[vc_row][vc_column][vc_column_text]रेवाड़ी की उद्योग नगरी में योग की गूंज – मोसाशी में आयुष्य मन्दिरम् का सफल आयोजन[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text css=""] 🧘‍♂️ योग दिवस (21 जून) और मानसून का आध्यात्मिक-प्राकृतिक संबंध जब जून की तपती दोपहरी धीरे-धीरे ठंडी फुहारों में बदलने लगती है, तभी 21 जून आता है-अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day)आपको यह भी पढ़ना चाहिए: योग दिवस तक-हर दिन एक योग प्रोटोकॉल अभ्यास: आयुष्य मन्दिरम् की एक अनूठी पहलयह महज़ संयोग नहीं, एक प्राकृतिक एवं आध्यात्मिक संकेत है। जहां एक ओर मानसून धरती को शीतल करता है, वहीं योग आत्मा को। दोनों ही जीवन को पुनः ऊर्जावान बनाने का अवसर हैं।"जब प्रकृति भी योग करती है…" मानव जीवन का सबसे घनिष्ठ संबंध प्रकृति से है। जिस प्रकार पृथ्वी वर्षा ऋतु में शुद्ध होती है, उसी प्रकार शरीर-मन का शुद्धिकरण योग...

IDY special

योग: मोक्ष की ओर यात्रा – धर्म, आरोग्य और आत्मबोध का वैदिक पथ

[vc_row][vc_column][bsf-info-box icon="Defaults-child" icon_size="32" icon_style="square" icon_color_bg="#DD9933" title="योग दिवस विशेष 2025" heading_tag="h2" hover_effect="style_3" pos="left" title_font_style="font-weight:bold;" title_font_color="#1E73BE"][/bsf-info-box][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text css=""] 🔸 योग केवल व्यायाम नहीं; ‘मोक्ष का पथ’ भीयोग केवल व्यायाम नहीं है। यह भारत की हजारों वर्षों पुरानी जीवनशैली है, जो तन, मन और आत्मा — तीनों को संतुलित करती है। हमारे ऋषियों ने इसे ‘मोक्ष का पथ’ कहा — जहाँ जीवन के चार पुरुषार्थ (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) का मूल आधार है ‘आरोग्य’। "धर्मार्थकाममोक्षाणामारोग्यं मूलमुत्तमम्" – च.सं. जिस शरीर में रोग नहीं है, वही जीवन में आगे बढ़ सकता है, चाहे वह भक्ति हो, सेवा हो या ज्ञान की खोज। 🔸 शुद्ध सत्त्व में स्थित होना ही योग 1. 🧘‍♂️ योग: केवल आसन नहीं, एक आध्यात्मिक अनुशासन योग के आठ अंग – यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि – हमें जीवन...

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