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#पराकृतिकजीवनशैली

Ayushya Mandiram / #पराकृतिकजीवनशैली
World Arthritis Day

विश्व आर्थराइटिस दिवस: योग और आदर्श जीवनशैली से पाएं गठिया पर विजय

[vc_row][vc_column][vc_column_text css=""] गठिया सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी नहीं, युवाओं को भी दे रही है दस्तक हर साल 12 अक्टूबर को विश्व आर्थराइटिस दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को गठिया के प्रति जागरूक करना और इससे पीड़ित लोगों को बेहतर जीवन जीने के लिए प्रोत्साहित करना है। पहले यह माना जाता था कि गठिया केवल बढ़ती उम्र के साथ होने वाली समस्या है, लेकिन आज की भागदौड़ भरी और निष्क्रिय जीवनशैली के कारण युवाओं में भी यह रोग तेजी से फैल रहा है। अच्छी खबर यह है कि योग और एक आदर्श जीवनशैली की मदद से इस बीमारी को नियंत्रित कर सकते हैं।गठिया के लिए योग: जोड़ों को दे नई जान योग सिर्फ एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक संपूर्ण जीवन पद्धति है। गठिया के मरीजों के लिए...

Clean Rewari-Healthy Rewari

आयुष मन्दिरम् की अपील: भंडारे में स्वास्थ्य और संस्कृति का सम्मान करें, प्लास्टिक को न कहें

[vc_row][vc_column][vc_column_text css=""] प्रिय भक्तजनों और समाज सेवियों, आयुष मन्दिरम् की ओर से आप सभी का अभिनंदन। हम जानते हैं कि भंडारे का आयोजन एक पवित्र और सामाजिक कार्य है, जो सेवा और आस्था का प्रतीक है। परंतु, इस पवित्र कार्य में प्लास्टिक के पानी के गिलास, चाय के कप, पत्तल, दोने और पानी की बोतलों का उपयोग न केवल पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है, बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा बन रहा है। हम आपसे निवेदन करते हैं कि अपने सेवा भाव में थोड़ी जागरूकता भी शामिल करें और प्लास्टिक के इन हानिकारक उत्पादों से दूरी बनाएँ। आपको यह भी पढ़ना चाहिए- मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी ने की अपील प्लास्टिक क्यों है हमारे स्वास्थ्य का दुश्मन?रासायनिक रिसाव का खतरा: प्लास्टिक के ये उत्पाद कई...

Green Yoga and Navratri

ताड़ासन स्थिरता और दृढ़ता का प्रतीक, पर्वत की बेटी मां शैलपुत्री से प्रेरित

सभी देशवासियों को आयुष्य मन्दिरम् परिवार की ओर से शारदीय नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं  इस नवरात्र, माँ शैलपुत्री की तरह प्रकृति से जुड़ें। जैसे पर्वत अपनी जगह पर स्थिर रहता है, वैसे ही हम प्रकृति की रक्षा का संकल्प लें। योग हमें धरती से जोड़ता है और हमें भीतर की दृढ़ता का एहसास कराता है। आइए, इस नवरात्र अपनी आध्यात्मिक यात्रा को पर्यावरणीय चेतना से जोड़ें। आज का योगासन ताड़ासन (पर्वतासन) यह आसन स्थिरता और दृढ़ता का प्रतीक है, जो पर्वत की बेटी मां शैलपुत्री से प्रेरित है। पर्यावरणीय कर्तव्य: अपने घर के पास एक पौधा लगाएं और उसकी देखभाल करने का संकल्प लें। यह प्रकृति के साथ जुड़ने का प्रतीक है।ग्रीन योग संदेश: "जैसे पर्वतराज हिमालय की पुत्री शैलपुत्री अडिग हैं, वैसे ही हम प्रकृति को बचाने के अपने संकल्प...

Yoga Day & Mansoon

जब जून की तपती दोपहरी धीरे-धीरे ठंडी फुहारों में बदलने लगती है, तभी आता है — अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

[vc_row][vc_column][vc_column_text]रेवाड़ी की उद्योग नगरी में योग की गूंज – मोसाशी में आयुष्य मन्दिरम् का सफल आयोजन[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text css=""] 🧘‍♂️ योग दिवस (21 जून) और मानसून का आध्यात्मिक-प्राकृतिक संबंध जब जून की तपती दोपहरी धीरे-धीरे ठंडी फुहारों में बदलने लगती है, तभी 21 जून आता है-अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day)आपको यह भी पढ़ना चाहिए: योग दिवस तक-हर दिन एक योग प्रोटोकॉल अभ्यास: आयुष्य मन्दिरम् की एक अनूठी पहलयह महज़ संयोग नहीं, एक प्राकृतिक एवं आध्यात्मिक संकेत है। जहां एक ओर मानसून धरती को शीतल करता है, वहीं योग आत्मा को। दोनों ही जीवन को पुनः ऊर्जावान बनाने का अवसर हैं।"जब प्रकृति भी योग करती है…" मानव जीवन का सबसे घनिष्ठ संबंध प्रकृति से है। जिस प्रकार पृथ्वी वर्षा ऋतु में शुद्ध होती है, उसी प्रकार शरीर-मन का शुद्धिकरण योग...

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