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Author: AM

Ayushya Mandiram / Articles posted by AM
Nadi Shodhan Pranayama

प्राणायाम: कथं सिद्ध:?

प्राणशक्ति तथा प्राणायाम की उपयोगिता प्राण ही मनुष्य के स्वास्थ्य एवं रूग्णता का कारण है। शरीर आधार है तथा प्राण उसकी शक्ति। मन एवं शरीर प्राण के बिना नहीं रह सकते। प्राण विद्या के द्वारा प्राणशक्ति को विभाजित कर शरीर के प्रत्येक केन्द्र में उपयुक्त रूप से भेजा जा सकता है। इस विद्या के द्वारा प्राणशक्ति की असंतुलित अवस्था में संतुलन ला सकते हैं। इसके अलावा प्राणशक्ति के अभाव में यदि कोई रोग उत्पन्न हुआ हो तो जहाँ प्राणशक्ति अतिरिक्त मात्रा में है वहाँ से अतिरिक्त प्राणशक्ति को रूग्न अंग में प्रसारित कर उसकी क्षतिपूर्ति की जा सकती है। शरीर की रक्षा के लिये जिस प्रकार अन्न की उपयोगिता है, शरीरस्थ रोगनाश के लिये जैसे औषधियों का विनियोग होता है, उसी प्रकार शरीरस्थ बाहरी और भीतरी (बाह्याभ्यन्तर)...

Nature Cure-Water Therapy

जल की ठण्डी पट्टियां (Water Cold Pack)

जिस प्रकार विभिन्न प्रकार के स्नान हमारे शरीर से मलों को दूर करने व शरीर में उत्पन्न होने वाले अनेक रोगों के उपचार में सहायक होते हैं। ठीक उसी प्रकार शरीर के विभिन्न भागों में गीली पट्टियों के प्रयोग से उस स्थान विशेष या फिर पूरे शरीर में स्थित रोगों को दूर किया जा सकता है। ये गीली पट्टियां दिखने में जितनी अधिक साधारण प्रतीत होती है उतनी ही शक्तिशाली व कारगर सिद्ध होती है। जल पट्टियां मुख्यतया दो प्रकार की होती है-1. जल की ठण्डी पट्टी और  2. जल की गर्म पट्टी। इस लेख में हम जल की ठंडी पट्टियों के विषय में विस्तार से चर्चा करते हैं-1. जल की ठण्डी पट्टियां ठण्डी जल पट्टी के लिये देने से पहले सर्वप्रथम यह जानना आवश्यक हो...

Nature Cure-Hydrotherapy

शरीर में उपस्थित विषों को बाहर निकालने वाली गीली चादर लपेट

जल चिकित्सा में जल का प्रयोग : गीली चादर लपेट योग एवं प्राकृतिक चिकित्सक आचार्य जयप्रकाशानन्द द्वारा जल चिकित्सा में प्रयुक्त गीली चादर लपेट पर लेख जब हम जल चिकित्सा में जल का प्रयोग करते हैं, तो उसके दो प्रमुख रूप हमारे सामने आते हैं। प्रथम जल का बाह्य प्रयोग, द्वितीय आन्तरिक प्रयोग किये जाते हैं। आज इस लेख में हम जल के बाहरी प्रयोगों में से 1) गीली चादर लपेट 2) गीली चादर पर लेटना 3) लेटने और ढकने का प्रयोग एक साथ के विषय पर चर्चा करते हैं-1) गीली चादर लपेट आवश्यक सामग्रीः चिकित्सकीय उपचार हेतु मेज अथवा तख्त, एक छह फीट लम्बी सूती सफेद चादर, दो ऊनी कम्बल, एक पतला कपड़ेका टुकड़ा, एक प्लास्टिककी चादर, सिर गीला बनाए रखने के लिए दो छोटे तौलिए, सामान्य...

Children Yoga Classes

आयुष्य मन्दिरम् परिसर में बच्चों के लिए नियमित योग कक्षाएं

अपने बच्चे की एकाग्रता, स्मृति, अनुशासन, दृढ़ संकल्प और मूल्य प्रणाली में सुधार के लिए करें योग की शक्ति का उपयोगबच्चों के लिए योग बच्चों  के लिए डिजाइन किए गए व्यायाम के रूप में योग का एक रूप है। इसमें ताकत, लचीलापन और समन्वय बढ़ाने के लिए आसन शामिल हैं। कक्षाएं मजेदार होने के लिए बनाई गई हैं और इसमें  उम्र के हिसाब से उपयुक्त खेल, जानवरों की आवाजे और आसन के लिए रचनात्मक नाम शामिल हो सकते हैं । बच्चों के लिए हमारे विशेष कार्यक्रम के साथ अपने बच्चे को माइंडफुलनेस से परिचित कराएँ। अपने बच्चे के ध्यान, स्मृति, अनुशासन, दृढ़ संकल्प और मूल्य प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए योग की शक्ति का उपयोग करें। बच्चों की योग कक्षाओं में सरल योग आसन और...

मिट्टी चिकित्सा

पंच भूतात्मक शरीर में मिट्टी (पृथ्वी तत्व)-की प्रधानता है। मिट्टी हमारे शरीर के विषों, विकल्पों, विकारों, विजातीय पदार्थों को बाहर निकालती है। हाँ प्रबल कीटाणुनाशक है। मिट्टी विश्व की महानतम औषधि है।मिट्टी चिकित्सा के प्रकार मिट्टीयुक्त जमीन पर नंगे पैर चलना-स्वच्छ जमीन पर, बालू, मिट्टी या हरी दूब पर प्रात:-सांय भ्रमण करने से जीवनीशक्ति बढ़कर अनेक रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है। नंगे पैर चलने से नेत्र ज्योति बढ़ती है। नंगे पैर पृथ्वी के सम्पर्क में रहने से पैर मजबूत, स्वस्थ,सुडौल एवं रक्त संचरण बराबर होने से उनमे से गन्दगी एवं दुर्गन्ध निकल जाती है एवं बिबाई भी नहीं पड़ती। पाचन संस्थान सबल होता है एवं उच्च रक्तचाप व शरीर के बहुत सारे रोग आश्चर्यजनक रूप से दूर हो जाते हैं। सिरदर्द,...

nature cure clinic

मिट्टी चिकित्सा के माध्यम से अपने शरीर और मन को पोषित करें!

हमारा शरीर 5 मूल तत्वों से बना है और इनमें से एक पृथ्वी है। इसलिए पृथ्वी से आने वाली चीजें हमारे शरीर के साथ सबसे अच्छा संयोजन करती हैं। तनावपूर्ण जीवनशैली के कारण हम अपने शरीर में बहुत सारे विषाक्त पदार्थों को जमा कर लेते हैं जो अस्वस्थ शरीर, मन और आत्मा का कारण बनते हैं। मिट्टी – धरती से आने वाला प्राकृतिक तत्व जो हमारे शरीर, मन और आत्मा को समग्र रूप से ठीक कर सकता है और आपको बेहतर जीवनशैली जीने में मदद कर सकता है। मिट्टी चिकित्सा धीरे-धीरे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज के लिए विश्व स्तर पर लोकप्रिय हो रही है। मिट्टी में शरीर के लिए आवश्यक कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व और खनिज होते हैं। यह कई तरह के विकारों को ठीक...

home remidies

यह घरेलु लेप देगा घुटनों में दर्द से राहत : अजमाकर देखें

घरेलु उपाय सामग्रीमिट्टी- एक चम्मच गुड- एक चम्मच हल्दी- आधा चम्मच दही- एक चम्मच पानी- आवश्यकतानुसारपूर्व तैयारी साफ मिट्टी लेकर उसे एक दिन के लिए धूप में डाल दें। फिर छानकर उसे किसी एयरटाइट बर्तन में भरकर रख दें। जब लेप लगाना हो तब एक दिन पहले शाम को भिगो दे और अगले दिन उपयोग में लें। दो सूती कपडे की लपेट तैयार करके धोकर धूप में सुखाकर रख लें। दो छोटे कपडे के टुकडे घुटनों पर रखने के लिए धोकर धूप में सुखाकर रख लें। साबुत हल्दी को पीसकर रख लें। गुड का पाउडर या गुड का चूरा तैयार कर लें। नुस्खा में साफ पीने का पानी उपयोग में लेना चाहिए।घरेलु उपाय तैयार करने की विधि प्रथम चरणः इसके आप सबसे पहले थोडा सा गुड...

Yoga Classes

रेवाड़ी में सर्वश्रेष्ठ योग प्रशिक्षण केंद्र

आधुनिक जीवनशैली के तनाव और व्यस्तता के बीच, योग एक अद्वितीय उपाय है जो हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है। चाहे आप किसी भी उम्र के हों, योग का नियमित अभ्यास जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। यह न केवल शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है, बल्कि शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में मदद करता है।रेवाड़ी में आयुष्य मंदिरम गर्व के साथ अपनी पहचान बनाता है, क्योंकि यह यहाँ का एकमात्र योग प्रमाणन बोर्ड, आयुष मंत्रालय द्वारा प्रमाणित योग प्रशिक्षण केंद्र है। हमारे केंद्र में, हम योग के प्राचीन ज्ञान और आधुनिक तकनीकों का समावेश करते हुए एक समग्र और प्रमाणित योग शिक्षा प्रदान करते हैं। हमारे अनुभवी प्रशिक्षक न केवल आपको शारीरिक आसनों की शिक्षा देते हैं, बल्कि ध्यान...

mega compititon

आलिया और जय आदित्य ने योग प्रतियोगिता में स्वर्ण और रजत पदक जीता

प्रतियोगिता का परिचय आयुष्य मंदिरम के आलिया अदलखा और जय आदित्य ने हाल ही में आयोजित योग मेगा प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में 14 राज्यों और 60 स्कूलों के अनगिनत प्रतिभागियों ने भाग लिया। आलिया ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि जय ने रजत पदक अपने नाम किया।[caption id="attachment_4743" align="alignleft" width="204"] आलिया अदलखा[/caption] आलिया अदलखा की सफलता आलिया अदलखा ने योग की विभिन्न शैलियों में उत्कृष्टता दिखाई। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें प्रतियोगिता में पहला स्थान दिलाया। आलिया ने अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए यह साबित कर दिया कि वे योग में उच्चतम स्तर तक पहुँच सकती हैं। उनके इस अद्वितीय प्रदर्शन ने न केवल उन्हें स्वर्ण पदक दिलाया, बल्कि उनके विद्यालय का नाम भी रोशन किया।जय आदित्य की मेहनत का फल जय आदित्य ने...

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