logo

Welcome to Ayushya Mandiram!

Explore our holistic wellness programs, spiritual workshops, and community events. Stay updated with our latest news and offerings to enhance your journey towards well-being.
Working Hours
Monday - Friday 06:00AM - 19:00PM
Saturday - Sunday CLOSED
From Our Gallery

Mon - Fri 9.00 - 17.00 Sunday CLOSED

91-9873490919

212 LR, Model Town, Rewari, HR

Top

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – कॉमन योग प्रोटोकॉल पाँचवाँ त्रिकोणासन

Ayushya Mandiram / Yoga Day  / अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – कॉमन योग प्रोटोकॉल पाँचवाँ त्रिकोणासन
Yoga Protocol

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – कॉमन योग प्रोटोकॉल पाँचवाँ त्रिकोणासन

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

🧘‍♀️ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – पाँचवाँ आसन

आज का आसन: त्रिकोणासन (Triangle Pose)

🔶 परिचय
त्रिकोणासन, दो संस्कृत शब्दों से मिलकर बना है:

  • त्रिकोण = तीन कोण (Triangle)
  • आसन = शारीरिक स्थिति (Pose)
  • इस आसन में शरीर त्रिभुज की आकृति में दिखाई देता है, इसलिए इसे त्रिकोणासन कहते हैं। यह न केवल शरीर को संतुलन सिखाता है, बल्कि मन और आत्मा को भी स्थिर करता है।

🧘‍♂️ अभ्यास विधि (Step-by-Step Practice)

  1. समस्थिति (Tadasana) में सीधे खड़े हो जाएं।
  2. दोनों पैरों के बीच लगभग 2–3 फीट का अंतर रखें।
  3. दाएं पैर की दिशा बाहर की ओर मोड़े, बायां पैर स्थिर रहे।
  4. श्वास भरते हुए दोनों हाथों को कंधों के समानांतर फैलाएं।
  5. श्वास छोड़ते हुए धीरे-धीरे दाएं हाथ को नीचे झुकाकर दाएं पैर के पास रखें।
  6. बायां हाथ ऊपर की ओर सीधा रखें।
  7. गर्दन को ऊपर घुमाएं और दृष्टि बाएं हाथ की हथेली पर टिकाएं।
  8. 15 से 20 सेकंड इस स्थिति में रहें।
  9. फिर धीरे से सामान्य स्थिति में लौटें।
  10. अब इसी प्रक्रिया को बाईं ओर से दोहराएं।

⚠️ किसे नहीं करना चाहिए?

  • हृदय रोग, उच्च रक्तचाप
  • माइग्रेन या सिर दर्द
  • गर्दन या पीठ में तीव्र दर्द
  • माहवारी के दौरान या गर्भावस्था में

📌 ध्यान दें:

  • यदि आप शुरुआती हैं तो हाथ को ज़मीन की बजाय पिंडली या घुटने पर रख सकते हैं।

🧠 क्या आप जानते हैं?

भारतीय संस्कृति में “तीन” का गहरा महत्व है:

  • त्रिकोणासन का त्रिभुज – शरीर, मन और आत्मा का समन्वय।
  • अतीत, वर्तमान और भविष्य का प्रतीक।
  • यह आसन जीवन की संपूर्णता और संतुलन का प्रतीक भी है।

त्रिकोणासन के लाभ

🔹 चिंता, तनाव व अवसाद में राहत
🔹 गर्दन, पीठ और पैरों की मांसपेशियां मजबूत
🔹 पेट व कमर की चर्बी में कमी
🔹 शरीर में ऊर्जा का संचार
🔹 पाचन शक्ति में सुधार और भूख में वृद्धि
🔹 मेरुदंड में लचीलापन
🔹 संपूर्ण शरीर में संतुलन और सौंदर्य

📌 विशेष सुझाव:

  • इस आसन को योग विशेषज्ञ की देखरेख में ही करें, विशेषकर यदि कोई स्वास्थ्य समस्या हो।

🌞 नवयोग साधकों के लिए संदेश:

  • अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर यह प्रण लें कि हम प्रतिदिन थोड़ी-थोड़ी देर के लिए ही सही, लेकिन योग को अपने जीवन का अंग बनाएंगे।
आपके लिए ये वीडियो उपयोगी हो सकते हैं

Yogamay Rewari: Do yoga and stay healthy

Common Yoga Protocol for Self-Learning

Ayushya Mandiram (YTC) Yoga Training Center

📢 अगर आपको यह ब्लॉग उपयोगी लगा, तो कमेंट में “ॐ” लिखें और इसे अपने दोस्तों व परिवार के साथ साझा करें।
📩 अपने सुझाव व अनुभव नीचे साझा करें

Dr. Dharmveer Yogacharya

✍️ लेखक परिचय:

डा. धर्मवीर योगाचार्य
असिस्टेंट प्रोफेसर – योग विभाग, इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय, मीरपुर (रेवाड़ी)
10+ वर्षों से योग व प्राकृतिक चिकित्सा के प्रचार-प्रसार में सक्रिय, लेखक एवं प्रेरक वक्ता

AM

Comment

Post a Comment

error: Content is protected !!